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पर्वतीय पर्यटन : विशेष संदर्भ - अरावली |
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First Edition, November 2021 |
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Size : A5 |
ISBN-13 : 978-93-91462-35-2 |
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Pages : xvi+202 |
Code No. : VSRDAPHIST-226 |
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Price : Rs. 225.00
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PRINTED IN SINGLE COLOUR
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Export Price : US $ 25.00
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Dr. Prabhat Kumar Singhal |
डॉ प्रभात कुमार सिंघल - कोटा में 15 अक्टूबर 1953 को जन्में डॉ प्रभात कुमार सिंघल 34 वर्षो तक राजस्थान के सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग में अपनी सेवाएं सहायक जनसम्पर्क अधिकारी से प्रारम्भ कर अक्टूबर 2013 में जॉइंट डायरेक्टर पद से सेवा निवृत्त हुए है। सेवा काल के दौरान इन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालयए जयपुर से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर डिप्लोमा एवं कोटा खुला विश्वविद्यालय से इतिहास विषय में राजपूताना में पुलिस प्रशासन 1857.1947 विषय पर पीएचण्डी की उपाधि प्राप्त की। आपने कल्चरल हेरिटेज एंड टूरिज्म पोटेंशल विषय पर एक सप्ताह का प्रशिक्षण कोर्स भी किया है। आपने अब तक 100 से अधिक स्मारिकाओं का सम्पादन किया और इनके देश के विभिन्न राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय निजी एवं सरकारी पत्र.पत्रिकाओं राष्ट्रीय हिंदी समाचार पोर्टलस में अब तक 10 हजार से अधिक आलेख, फीचर, संपादकीय, ब्लॉग, यात्रा वृतांत प्रकाशित हो चुके हैं। इन्होंने दो दर्जन पुस्तकें भी लिखी हैं, जिनमें से 15 पर्यटन विषय पर आधारित हैं। इनको विभिन्न संस्थाओं द्वारा मुख्य वक्ता के लिए एवं टीवी चैनल्स द्वारा इन्हें समूह चर्चा के लिए भी आमंत्रित किया जाता है। ये शोधार्थियों एवं पत्रकारिता के विद्यार्थियों का मार्गदर्शन भी करते हैं। आकाशवाणी के कोटा एवं उदयपुर केंद्रों से इनकी अनेक वार्ताओं का प्रसारण भी किया गया है। लेखन को प्रोत्साहित करते हुए इनकी उत्कृष्ठ एवं सराहनीय राजकीय सेवाओं के लिए सेवा काल में इन्हें विभिन्न पदों पर 3 बार राष्ट्रीय पर्वो पर सार्वजनिक रूप से जिला प्रशासन कोटा द्वारा सम्मानित किया गया। पीएचण्डीण्की उपाधि प्राप्त करने पर जिला ऑफिसर्स क्लब कोटा द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। जॉइंट डायरेक्टर बनने पर कोटा के पत्रकार मित्र मंडल द्वारा प्रतिभा सम्मान से सम्मानित किया गया। भाषा एवं पुस्तकालय विभाग एराजस्थान के कोटा स्थित राजकीय सार्वजनिक मंडल पुस्तकालय द्वारा इन्हें हिंदी दिवस 2018 पर हिन्दी साहित्य सेवाष्ए विरिष्ठ नागरिकजन दिवस 2018 पर सीनियर सिटीजन टूरिस्ट राइटर सम्मान से एवं अन्तर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस 2019 पर वयोश्री सम्मान 2019 से सम्मानित किया गया। राष्ट्रीय समाचार पोर्टल प्रभा साक्षी, नई दिल्ली की 18 वी वर्षगांठ पर 8 नवम्बर 2019 को दिल्ली में आयेजित सम्मान समारोह में पत्रकारिता एवं लेखन के क्षेत्र में ष्हिंदी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया। आपको 5 जनवरी 2021 को कोटा की समाजसेवी संस्था न्यू इंटरनेशनल द्वारा संस्था द्वारा हाड़ौती गौरव सम्मान से 6 सितम्बर 2021 को इंडियन वर्किंग जर्नलिस्ट फेडरेशन की कोटा जिला इकाई द्वारा पत्रकार सम्मान से एवं हिंदी दिवस 2021 को राण्साण्मण्पु कोटा द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया। वर्तमान में आप लेखन एवं पत्रकारिता से निरंतर जुड़े हुए हैं। पर्यटनए लेखन एवं फोटोग्रफी आपकी विशेष अभिरुचियाँ हैं। |
Mr. Pramod Kumar Singhal |
उदयपà¥à¤° में 11 जून 1957 को जनà¥à¤®à¥‡à¤‚ पà¥à¤°à¥‹.पà¥à¤°à¤®à¥‹à¤¦ कà¥à¤®à¤¾à¤° सिंघल ने दिसमà¥à¤¬à¤° 1979 को उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤¾ विà¤à¤¾à¤— में कोटा के राजकीय महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में à¤à¥‚गोल विà¤à¤¾à¤— के लेकà¥à¤šà¤°à¤¾à¤° के पद पर अपनी सेवाà¤à¤‚ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ कर 30जून 2016 को राजकीय कनà¥à¤¯à¤¾ महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, बूंदी से पà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ पद से सेवा निवृत हà¥à¤à¥¤ रामगंजमंडी महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में à¤à¥€ आपने सेवाà¤à¤‚ दी। आप वरà¥à¤· 2009 में कोटा महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में à¤à¥‚गोल विà¤à¤¾à¤— के विà¤à¤¾à¤—ाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· बने। आपने राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ विशà¥à¤µ विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, जयपà¥à¤° से मे बी.à¤. ऑनरà¥à¤¸ à¤à¤µà¤‚ à¤à¥‚गोल विषय में à¤à¤®.à¤. टॉप कर गोलà¥à¤¡à¤®à¥‡à¤¡à¤² पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किया। सà¥à¤–ाड़िया विशà¥à¤µ विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ उदयपà¥à¤° से 1985 में à¤à¥‚गोल में à¤à¤—à¥à¤°à¥€à¤•à¤²à¥à¤šà¤° टायोपॉलजी इन गिरवा बेसिन, उदयपà¥à¤° विषय पर à¤à¤® फिल में गोलà¥à¤¡à¤®à¥ˆà¤¡à¤² पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किया। आपने कोटा में रोटरी कà¥à¤²à¤¬ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ दिवस पर आयोजित संà¤à¤¾à¤— सà¥à¤¤à¤°à¥€à¤¯ मनोहारी राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ सामानà¥à¤¯ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता में पà¥à¤°à¤¥à¤® पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किया। आप सामानà¥à¤¯ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ में पारंगत हैं और कई विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने इनसे मारà¥à¤— दरà¥à¤¶à¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ कर राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ लोक सेवा आयोग की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—ी परीकà¥à¤·à¤¾à¤“ं में सफलता पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ की है। आपने à¤à¤¾à¤°à¤¤ à¤à¤µà¤‚ राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के सामानà¥à¤¯ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ पर कई पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‡à¤‚ लिखी हैं। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में आप सामानà¥à¤¯ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ में विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का मारà¥à¤— दरà¥à¤¶à¤¨ कर रहे हैं। लिखना - पढना और परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ आपकी अà¤à¤¿à¤°à¥à¤šà¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ हैं। |
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